एक समय ऐसा था जब श्रीलंका का स्कोर 5 विकेट के नुकसान पर 101 रन था, तब डुनिथ वेल्लालेज की अर्धशतकीय पारी ने श्रीलंका को इस सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। इस स्कोर का पीछा करने उतरी टीम इंडिया की गाड़ी भी 230 रन पर जा अटकी। रोहित शर्मा के शानदार अर्धशतक के बावजूद भारत 47.5 ओवर में 230 रनों पर ढेर हो गया और इस तरह तीन मैच की वनडे सीरीज का पहला मुकाबला टाई रहा।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!जब मैच टाई हुआ तो फैंस सुपर ओवर का इंतजार कर रहे थे, मगर जब उन्होंने खिलाड़ियों और अंपायरों को एक दूसरे से हाथ मिलाता देखा तो फैंस हैरान थे कि मैच बिना सुपर ओवर के ही कैसे खत्म हो गया? अगर आपके जहन में भी यही सवाल है कि भारत और श्रीलंका के बीच पहला वनडे टाई होने के बावजूद सुपर ओवर क्यों नहीं हुआ तो इसका जवाब हम आपको देते हैं।
जो लोग नहीं जानते, उनके लिए बता दें कि ICC की प्लेइंग कंडीशन के अनुसार हर T20I में मैच टाई होने के बाद सुपर ओवर होता है, हालांकि ODI में ऐसा कोई नियम नहीं है और हर सीरीज/टूर्नामेंट के लिए नियम अलग-अलग हैं। ODI में, सुपर ओवर का प्रावधान बड़े पैमाने पर केवल बहु-राष्ट्र टूर्नामेंट के नॉकआउट मैचों के लिए रखा गया है। आज तक, केवल तीन ODI में सुपर ओवर देखा गया है, जिसमें 2019 वर्ल्ड कप का फेमस फाइनल शामिल है। वह मैच वनडे क्रिकेट के इतिहास का पहला ऐसा मुकाबला था जिसका सुपर ओवर भी टाई हुआ था और अंत में नतीजा बाउंड्री काउंट के आधार पर निकाला गया था।
इसके अलावा 2020 में रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में जिम्बाब्वे और पाकिस्तान के बीच खेला गया वनडे मैच एकमात्र ऐसा द्विपक्षीय वनडे मैच है जिसमें सुपर ओवर हुआ था। वनडे मैच में आखिरी सुपर ओवर पिछले साल वेस्टइंडीज और नीदरलैंड के बीच आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023 क्वालीफायर मुकाबले के दौरान हुआ था।
इस रोमांचक मैच के बाद, फैंस के बीच निराशा और उत्साह दोनों देखने को मिले। हालांकि सुपर ओवर का न होना थोड़ा निराशाजनक था, फिर भी मैच ने सभी का भरपूर मनोरंजन किया।
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