स्वप्निल कुसाले, भारतीय शूटिंग में एक चमकता हुआ सितारा, महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के कंबलवाड़ी गांव से आते हैं। उनका जन्म 6 अगस्त 1995 को हुआ था। खेल में उनकी प्रारंभिक रुचि को देखते हुए, उनके पिता ने उन्हें महाराष्ट्र के शुरुआती स्तर के स्पोर्ट्स प्रोग्राम ‘क्रीड़ा प्रबोधिनी’ में दाखिल कराया। यहीं पर स्वप्निल ने शूटिंग में अपने करियर की शुरुआत की।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!स्वप्निल ने अपने करियर की शुरुआत से ही शानदार प्रदर्शन किया। 2015 में, उन्होंने कुवैत में आयोजित एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप में 50 मीटर राइफल प्रोन-3 इवेंट में गोल्ड मेडल जीता। इसके बाद, कुसाले ने वर्ल्ड चैम्पियनशिप 2022 में चौथा स्थान प्राप्त किया, जिससे उन्हें ओलंपिक कोटा प्राप्त हुआ। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कुसाले साल 2012 से इंटरनेशनल इवेंट्स में हिस्सा ले रहे हैं और उन्होंने 2015 से इंडियन रेलवे में टिकट कलेक्टर के रूप में काम किया है।
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स्वप्निल कुसाले ने अपने आदर्श के रूप में महेंद्र सिंह धोनी को चुना है। उन्होंने न्यूज एजेंसी PTI से कहा था, “मैं शूटिंग में किसी खिलाड़ी को ज्यादा फॉलो नहीं करता। लेकिन अन्य खेलों की बात करें तो महेंद्र सिंह धोनी मेरे फेवरेट हैं। इस खेल (शूटिंग) में भी शांतचित्त रहने की जरूरत है और वह भी मैदान पर हमेशा शांत रहते थे। साथ ही वह भी कभी टिकट कलेक्टर रह चुके थे और मैं भी टिकट कलेक्टर हूं, इसलिए मैं उनसे रिलेट कर पाता हूं।”
स्वप्निल कुसाले और सिफ्त कौर समरा जैसे युवा प्रतिभाशाली शूटरों के साथ, भारतीय शूटिंग की दुनिया में भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है। ये खिलाड़ी न केवल अपनी मेहनत और समर्पण के माध्यम से अपनी पहचान बना रहे हैं, बल्कि देश का नाम भी रोशन कर रहे हैं।