पेरिस ओलंपिक 2024 में एक अविश्वसनीय घटना देखने को मिली, जब मिस्र की 7 महीने की गर्भवती फ़ेंसर, नाडा हाफ़ेज़ ने खेलों में भाग लिया और अपने पहले मैच में जीत हासिल की। यह केवल एक जीत नहीं थी, बल्कि अद्वितीय साहस, दृढ़ इच्छाशक्ति और मानसिक शक्ति का एक अद्वितीय प्रदर्शन था।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!नाडा हाफ़ेज़ का प्रेरणादायक सफर
नाडा हाफ़ेज़ ने अमेरिका की एलिजाबेथ टार्टाकोवस्की को 15-13 से हराया, जो उनके लिए और उनके आने वाले बच्चे के लिए एक गर्व का क्षण था। उन्होंने दक्षिण कोरिया की जियोन हयांग से 15-7 से हार का सामना किया और प्रतियोगिता से बाहर हो गईं, लेकिन उनकी यह यात्रा बहुत ही प्रेरणादायक रही। उन्होंने अपनी गर्भावस्था के बावजूद अपने खेल को जारी रखा और एक संदेश दिया कि महिलाएं किसी भी परिस्थिति में अपने सपनों को पूरा कर सकती हैं।
नाडा ने अपने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, “मेरे गर्भ में एक लिटल ओलंपियन पल रहा है। मेरे बच्चे और मैंने अपनी चुनौतियों का सामना किया, भले ही यह शारीरिक और भावनात्मक हों। गर्भवती होने के बावजूद पिस्ते में जाने के बाद मेरे अस्तित्व में गर्व भर गया।”
परिवार का समर्थन और अद्वितीय साहस
नाडा ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने पति और परिवार को दिया, जिन्होंने उनके सपनों को पूरा करने में उनका साथ दिया। उन्होंने कहा, “मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे अपने पति और परिवार का भरोसा मिला, जिसके कारण मैं यहां तक पहुंच पाई। यह ओलंपिक मेरे लिए खास है, क्योंकि इस बार मैं एक छोटे ओलंपियन को जन्म देने वाली हूं।”
नाडा हाफ़ेज़ की यह कहानी केवल एक खेल की नहीं, बल्कि एक महिला की अद्वितीय साहसिक यात्रा की है। उन्होंने यह साबित कर दिया है कि किसी भी परिस्थिति में, चाहे वह शारीरिक हो या मानसिक, एक महिला अपने सपनों को पूरा कर सकती है। उनकी यह यात्रा न केवल खेल प्रेमियों के लिए, बल्कि सभी महिलाओं के लिए एक प्रेरणा है, जो अपने जीवन में किसी भी प्रकार की चुनौतियों का सामना कर रही हैं।