नई दिल्ली: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) की फ्रेंचाइजी और अधिकारियों के बीच हाल ही में एक बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें खिलाड़ियों की सैलरी इंक्रीमेंट, मेगा ऑक्शन, और Right to Match (RTM) जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। इस बैठक में कई फ्रेंचाइजी ने खिलाड़ियों की सैलरी बढ़ाने की मांग की है।
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!खिलाड़ियों की सैलरी कैप में वृद्धि
इस मीटिंग में प्रस्तावित सैलरी कैप को 130-140 करोड़ रुपये तक बढ़ाने पर विचार किया गया। यह कदम 2022 की मेगा ऑक्शन में 90 करोड़ रुपये की सैलरी कैप से बड़ी वृद्धि होगी। फ्रेंचाइजी का मानना है कि खिलाड़ियों की सैलरी को उनके प्रदर्शन के आधार पर बढ़ाना आवश्यक है। उदाहरण के तौर पर, यदि किसी खिलाड़ी को 30 लाख रुपये में खरीदा गया है और उसने शानदार प्रदर्शन किया है, तो फ्रेंचाइजी को उसे अगले सीजन के लिए 3 करोड़ रुपये तक का कॉन्ट्रैक्ट देने की अनुमति होनी चाहिए।
रिटेंशन और RTM कार्ड्स की संख्या में वृद्धि
फ्रेंचाइजी ने यह भी सुझाव दिया कि उन्हें कुल 8 खिलाड़ियों को रिटेन करने की अनुमति दी जानी चाहिए, जबकि वर्तमान में केवल 4 खिलाड़ियों को रिटेन करने की अनुमति है। यह कदम टीमों को अपने प्रमुख खिलाड़ियों को बनाए रखने में मदद करेगा और टीम की स्थिरता को बढ़ाएगा।
नए नियमों के प्रभाव
यदि ये नए नियम लागू होते हैं, तो वे खिलाड़ियों के लिए नए अवसर खोलेंगे और उनकी सैलरी में वृद्धि की संभावना होगी। इससे न केवल खिलाड़ियों की उत्साहवर्धन होगी बल्कि IPL के स्तर में भी वृद्धि होगी।
आगे की प्रक्रिया
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि बीसीसीआई और आईपीएल अधिकारी इन प्रस्तावों पर क्या निर्णय लेते हैं। फ्रेंचाइजी की मांगों को ध्यान में रखते हुए, नए सीजन में आईपीएल में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
इस मीटिंग के बाद, यह साफ हो गया है कि IPL के अगले सीजन में खिलाड़ियों की सैलरी और रिटेंशन नियमों में बड़े बदलाव हो सकते हैं। खिलाड़ियों और फ्रेंचाइजी दोनों के लिए यह एक महत्वपूर्ण विकास है, और इससे IPL का आकर्षण और भी बढ़ सकता है।